IAS Success Tips in Hindi – नमस्कार दोस्तो इस लेख में हम आपको शरद तिवारी सर का एक महत्वपूर्ण लेख खुद बनिये अपने समय के सारथी बताने जा रहे है , तो दोस्तो आप इस लेख को पढिये और नीचे Comment Box में अपनी राय दीजिये ! तो चलिये दोस्तो शुरु करता हूं शरद सर के शब्दों में !
लोंगो की दूसरी प्रमुख समस्या होती है समय प्रबंधन को लेकर छात्र मानकर चलते हैं की आईएएस मतलब ..आईएएस बनने के लिए कोई आवश्यक नहीं की हम १५ से १८ घंटे की लगातार पढाई करें क्योकि ये सम्भव भी नहीं है …मित्रों हर चीज़ की एक समयावधि होती है इस प्रकार हमारे मस्तिस्क की भी है…एक निश्चित समय के बाद हमारे मष्तिष्क में भी चीजें रक्षित होना बंद हो जाती हैं ..इससे सवाल ही नहीं उठता कि आपने जो १५ से १८ घंटे लगातार पढाई की है वो सारी आपके दिमाक में रक्षित हो या तो आप प्रारम्भ का भूल जायेंगे या अंत का . … तो दोस्तों बात तो वही हुई न कि केवल आपको शुरू के दो या तीन घंटों का ही ठीक प्रकार से तैयार है बाकि के १३ से १४ घंटे आप केवल किताब को देखते रहे …अक्सर मैंने टॉपर्स को कहते हुए देखा है कि हम १८ से २० घंटे पढाई करते थे ..तो आप खुद सोचिये क्या वो सिर्फ चार घंटे में सोना एवं बाकी कि दिनचर्या ख़त्म कर लेते होंगे ..शायद नहीं क्योकि ये असंभव है…लेकिन सच ये नहीं है आईएएस मतलब ज्यादा से ज्यादा पढाई नहीं बल्कि गुणवत्ता पूर्ण पढाई से है …तो आप काम समय में भी अधिक से अधिक तैयारी कर सकते हैं ……समय प्रबंधन का महत्वपूर्ण ध्यान दे एक भी मिनट व्यर्थ न गंवाएं !
दुनिया क्या करती है ये महत्वपूर्ण नहीं है …महत्वपूर्ण है की आप क्या कर सकते हो …दुनिया के इरादे तो जानते हैं आज हर चीज में मकसद छिपे होते हैं तो लोंगो के कहने पर न जाये क्युकी लोगो का काम है कहना ……आप सभी आईएएस की तैयारी के समय एक विशेस बात ध्यान दें की किसी की रणनीति को न अपनाएं …अपनी रणनीति खुद बनायें ….हो सकता है जो उन्हें २ दिन में तैयार हुआ वो आप १ दिन में तैयार कर लें और हो सकता है आपको ३ दिन लग जाये तो ये आपका अपना मष्तिष्क होता है तो इसे किस प्रकार और कहाँ प्रयोग करना है ये आप खुद तय करें !
एक महत्वपूर्ण बात टाइम टेबल बनाना बहुत अच्छी बात है पर ….हर घर में अब काम है और आप लोग भी काम के इस जंजाल में फंसे हुए हो …तो आपका टाइम टेबल ये नहीं होना चाहिए की आपको किस टाइम पर क्या पढ़ना है ….शायद उस टाइम कुछ जरुरी काम आ जाये ….तो …आप टाइम टेबल बनाइये की आपको १ दिन में क्या क्या पढ़ना है ….और जब तक एक दिन का टारगेट पूरा न हो जाये .आप चैन की साँस न लो ….चाहे आपको अपने सोने का टाइम कम करना पड़े ….करके देखिये …..और अब बात आपकी दिन चर्या की आप आईएएस को खुद की दिनचर्या में लाइए आपका टाइम बचेगा जैसे सुबह का नास्ता न्यूज़ पेपर के साथ निपटाएं …..अगर दिन में कभी भी खली समय में खड़े हो या बस आदि में सफर कर रहे हो तो अपने स्मार्ट फ़ोन का इस्तेमाल उन टॉपिक्स को सर्च करने में लगाइये जो सुबह आपने न्यूज़ पेपर में पढ़े थे ….दोस्तों की लिस्ट कम कर दीजिये और कोसिस करिये ऐसे दोस्त बनाये जिनका सपना भी आईएएस हो ….कुछ ज्ञान अतिरिक्त मिलेगा …प्रतियोगिता से ही गुणवत्ता बढ़ती है ये बाजार का नियम है ….रात का खाना न्यूज़ सुनते हुए निपटाएं …
मित्रों मेरा सिर्फ आपसे इतना कहना है कि किसी क़ी बातों में न जाकर उतनी ही पढाई करे जितना आपका मस्तिष्क रक्षित कर सके बेवजह तनाव न बढ़ाएं ..क्योकि 2 से 4 घंटे क़ी सही तैयारी भी 18 से 20 घंटे क़ी दिशाविहीन तैयारी से बेहतर है.
मित्रों मेरा सिर्फ आपसे इतना कहना है कि किसी क़ी बातों में न जाकर उतनी ही पढाई करे जितना आपका मस्तिष्क रक्षित कर सके बेवजह तनाव न बढ़ाएं ..क्योकि 2 से 4 घंटे क़ी सही तैयारी भी 18 से 20 घंटे क़ी दिशाविहीन तैयारी से बेहतर है.
इससे पहले समय आपसे सब कुछ छीन ले उसे जीत कर दिखा दीजिये …..दोस्तों असंभव कुछ भी नहीं होता बस लगन और परिश्रम की जरुरत होती है किसी ने सही कहा है
” कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों “
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